1. सूरजमुखी ( Sunflower ) की फसल के बारे में संपूर्ण जानकारी I

सूरजमुखी ( Sunflower ) :-

दोस्तों आज हम आपको बताएंगे सूरजमुखी की फसल के बारे में संपूर्ण जानकारी और सूरजमुखी ( sunflower ) की फसल किस प्रकार की जलवायु में अधिक उपयोग या अधिक पैदावार देती है और किस प्रकार की मिट्टी में नहीं होना चाहिए और कितनी सिंचाई करनी चाहिए और किस प्रकार होना चाहिए कौन सी किस्म लगानी चाहिए संपूर्ण जानकारी आपको दी जाएगी

सूरजमुखी Sunflower का वानस्पतिक नाम  एलियनथस एनस

सूरजमुखी Sunflower का कूल कम कमपोजिट /एसटरसी

सूरजमुखी  का उत्पत्ति स्थान मेक्सिको मध्य अमेरिका

सूरजमुखी के पौधों में गुणसूत्रों की संख्या 34

सूरजमुखी में प्रांगण पर प्रांगण

सूरजमुखी के पौधे का पुष्प क्रम रेसिंमोस

सूरजमुखी के फल का नाम एकीन

पौधे में प्रोटीन की मात्रा 20 से 25% होती है तथा तेल की मात्रा 45 से 50 प्रतिशत होती है

 

सूरजमुखी Sunflower एक दिवस निष्प्रभावी प्रकार का पौधा है सूरजमुखी का क्षेत्र अपने उत्पादन में भारत में प्रथम स्थान पर कर्नाटक है राजस्थान में सूरजमुखी क्षेत्रफल एवं उत्पादन में प्रथम स्थान पर झालावाड़ है सूरजमुखी की फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती सूरजमुखी की खेती में प्रोटीन 40 से 44% होती है सूरजमुखी के तेल में लीन ओं लिक अमल अधिक 65% कोलेस्ट्रोल की वर्दी को रोकता है

सूरजमुखी का तेल हृदय रोगियों के लिए सर्वोत्तम होता सूरजमुखी का प्रोटीन इनुलिन कहलाता है धूप में हार्मोन की अधिकता के कारण सूर्यमुखी का शेर सूर्य की तरफ मुड़ जाता सूरजमुखी के तेल को असंतृप्त वसा कहते हैं सूरजमुखी का सूचित पौधा होता है ब्राउन सूरजमुखी का उपयोग वनस्पति घी बनाने में किया जाता है सूरजमुखी के तेल में क्लोरोजेनिक अमल पाया जाता है 1 पॉइंट 4 से 4% सूरजमुखी के तेल में केसला पन का कारण ऑक्सीकरण होता है

बीज दर एवं बुवाई :-

सूरजमुखी Sunflower के बीज दर 8 से 10 केजी हेक्टर संकर किस्मों की 8 केजी हेक्टर बीज की बीज दर रखनी चाहिए
बुवाई का समय सूर्यमुखी की बुवाई पूरे वर्षभर किया जाता है 15 जून 15 जुलाई 15 नवंबर 15 दिसंबर 15 जनवरी 15 फरवरी पौधा ज्यामिति

सूरजमुखी के बीज की बीज उपचार हाय राम एक रोशन सूरजमुखी के बीज की व्यवस्था पाई जाती है 90 दिन में

सूरजमुखी की उन्नत किस्में मोरधन सूर्या दिव्या मुखी लक्ष्मी बादशाह ज्वालामुखी मेघा 363 एम एस एफ एच वन एम एस एच 8 ए पी एस एच 1 आदि है

खपतवार नियंत्रण सूरजमुखी के पौधों में खपतवार की समस्या को निवारण के लिए ब्लू कलर इन वैशाली 0 पॉइंट 75 केजी पर हेक्टर पीपीआई में डालना चाहिए या एला क्लोरोप्लास्ट 1 पॉइंट 5 केजी पर हेक्टर की दर से डालना चाहिए

सिंचाई :-

सूरजमुखी Sunflower के पौधों में सिंचाई की प्रथम अवस्था चार से पांच प्रणव आस्था तथा द्वितीय अवस्था फूल आते समय सिंचाई करनी चाहिए तथा तृतीय में दाना बनते समय 110 दिन पर सिंचाई करनी चाहिए ताकि फसल को पकने में एक अच्छी पक्के

उर्वरक :-

सूरजमुखी की फसल में नाइट्रोजन 60 से 80 केजी पर हेक्टर तथा p25 7 केजी पर हेक्टर तथा k2o 40 केजी पर मीटर की दर से देना चाहिए ताकि फसल की उपज 15 से 20 क्विंटल प्रति हेक्टर हो सके

सूरजमुखी के पौधे को पक्षियों के बचाव के लिए 5% तेरा ध्यान चूर्ण गुड़गांव करें फलों का खाली रहना सूरजमुखी में प्रांगण में कमी एवं पोटेशियम की कमी से बीज खोखले खाली रह जाते हैं सूरजमुखी के पौधे में प्रबंध प्रातः 8:00 से 10:00 हस्त प्रांगण करना लाभदायक रहता है

सूरजमुखी के पौधों में लगने वाले कीट
शीर्ष छदक नुकसान की अवस्था वैशक है तथा तोता पक्षी फलियों को नुकसान पहुंचाते हैं

सूरजमुखी ( sunflwer ) में लगने वाले रोग और नियंत्रण :-

अल्टरनरिया अलमारी रोग का कारक है कवक जनित रोग है नियंत्रण के लिए मैनकोज़ेब जीरो पॉइंट 2% का उपयोग करना चाहिए

चारकोल रोड ब्लॉक का रोग कारक कब जनित रोग है इसके नियंत्रण के लिए मैनकोज़ेब का उपयोग करना चाहिए

रोली रोग का रोग कारक कवक जनित रोग है इसके नियंत्रण के लिए मैनकोज़ेब का ही उपयोग करना चाहिए

मधु रोमिल आशिक रोग इस का रोग कारक है कवक जनित रोग है तो फसल को काफी नुकसान पहुंचाता है+

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